खाद की किल्लत, किसान की मौत, किसान संघ की चेतावनी बयानबाजी बंद नहीं तो जलेंगे नेताओं के पुतले

खाद की किल्लत, किसान की मौत, किसान संघ की चेतावनी बयानबाजी बंद नहीं तो जलेंगे नेताओं के पुतले

अशोकनगर,29 अक्टूबर(हि.स.)। जिले में खाद्य की किल्लत के बीच हुई किसान की मौत पर शासन/प्रशासन द्वारा उसके प्रति संवेदना व्यक्त करने की बजाय राजनीति करना शुरू कर दी गई है। मृतक किसान धनपाल यादव के परिजनों और अन्य साथी किसानों के द्वारा धनपाल की मौत को खाद्य की किल्लत को लेकर जहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी करना बताया जा रहा है, वहीं पुलिस/प्रशासन द्वारा बयान देकर उसकी मौत बीमारी से होना बताया जा रहा है। 

मृतक किसान धनपाल की मौत पर प्रशासन द्वारा जनप्रतिनिधियों द्वारा की जा रही बयानबाजी को लेकर भारतीय किसान संघ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर इस तरह अनर्गल बयानबाजी बंद नहीं की गई तो प्रशासन और नेताओं के पुतले जलाये जाएंगे। 

जिले की नईसराय तहसील के पिपरोल गांव निवासी धनपाल यादव की बीती शाम मौत हो गई थी। उनके भाई विवेक यादव का आरोप है कि उनके भाई खाद के लिए कई दिनों से चक्कर लगाते हुए लाईन में लग रहे थे, उन्हें खाद न मिलने से उनके द्वारा जहरीला पदार्थ खा लिया गया था, जिससे उनकी मौत हुई है। बताया गया कि बीती शाम ही किसान धनपाल को जिला अस्पताल लाया गया था, जहां डॉक्टरों द्वारा उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था। 

पुलिस/प्रशासन ने कहा बीमारी से हुई मौत

वहीं पुलिस और प्रशासन द्वारा बयान जारी कर कहा गया है कि मृतक धनपाल का ईसागढ़ में पेट दर्द को लेकर उपचार चल रहा था और उनके परिजनों ने नहीं बताया कि खाद की समस्या को लेकर कोई जहरीला पदार्थ खाया गया है। पुलिस प्रशासन का कहना है कि जिला अस्पताल में मृतक के हुए पोस्टमार्टम में डॉक्टरों द्वारा शार्ट पीएम रिपोर्ट में जहर खाने से मृत्यु होने की स्पष्ट रिपोर्ट नहीं दी है। 

प्रशासन नेता नाकामी छुपाने कर रहे बयानबाजी 

मृतक धनपाल की मौत को लेकर भारतीय किसान संघ के प्रांतीय महामंत्री जगराम सिंह यादव ने कहा है प्रशासन और जिले के जनप्रतिनिधि खाद की किल्लत की अपनी नाकामी छुपाने के लिए जो बयानबाजी कर रहे हैं ये घोर निंदनीय है। उन्होंने कहा कि प्रशासन और जनप्रतिनिधियों का मृतक किसान के प्रति संवेदना व्यक्त करना तो दूर उसके द्वारा की गई आत्महत्या पर बयानबाजी करना घोर निंदनीय है, अगर इस तरह की बयानबाजी बंद नहीं की गई तो भारतीय किसान संघ प्रशासन और ऐसे जनप्रतिनिधियों का पुतला जलायेगा। 

हिन्दुस्थान समाचार